30रू का संतरा और किन्नू रोज नाश्ते में खा लें तो फाइबर की कमी नहीं होगी
गुरदासपुर, 20 मार्च (लखन पाल)- महाजन न्यूट्रिशन डायटिशियन चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एवं ट्रेंड योगा टीचर नॉमिनेटेड फॉर पद्म भूषण राष्ट्रीय पुरस्कार ने बताया कि क़ब्ज़ होने का सबसे बड़ा कारण शरीर में पानी और फाइबर फूड की कमी होना है। पानी की कमी होने पर आँतो में मल सूखने लगता है और मल त्याग करने में काफ़ी ज़ोर लगाना पड़ता है। 30रू किलो संतरा और किन्नू बाजार में उपलब्ध है रोज नाश्ते में 4 किन्नू खा लें तो फाइबर की कमी नहीं होती। बरसों पुरानी कबज भी कुछ दिनों में ही ठीक हो जाएगी।फलो में पपीता और अमरूद ज़रूर खाना चाहिए। पेट में जमे हुए मल को बाहर निकालने के लिए 1 कप गुनगुने पानी में 1 नींबू निचोड़ कर पिए। . 1 ग्लास गरम दूध रात को सोने से पहले पिए। अगर मल आँतो में चिपक रहा हो तो दूध में 1 से 2 चम्मच अरंडी का तेल मिला कर पिए। एक चौथाई कप गरम पानी में 1 चम्मच मीठा सोडा मिला कर पिए दही खाने से शरीर में अच्छे बॅक्टीरिया की मात्रा बढ़ेगी। दिन में २ से ३ कप दही का सेवन ज़रूर करे। 1 ग्लास गरम दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर और एक चम्मच घी मिला कर घोल ले और रात को सोने से पहले पिए।एक ग्लास दूध में थोड़ी अंजीर उबाल ले और सोने से पहले पीने से क़ब्ज़ दूर होती है।तले भुने व मिर्च- मसालेयुक्त आहार से बचें।फल व कच्ची सब्जियों का अधिक प्रयोग करें, छिलके वाली दाल, अंकुरित चने व मूंग, उबली हुई सब्जियां, हरे पत्ते वाली सब्जियां, सलाद, पालक का कच्चा रस, पेठे का रस, बेल का शर्बत, नारंगी, मौसमी, नींबू, आम, अमरूद, पपीता, केला आदि लें। भोजन में दलिया या मोटे पिसे हुए आटे की रोटियों का प्रयोग करें। नियमित व्यायाम करें, कुछ दूर तक प्रतिदिन पैदल चलें। बार- बार चाय पीने से बचें।बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू या बीयर का सेवन न करें।तंबाकू उत्पाद पेट की लाइनिंग को डैमेज करता है। दवा लेने पर भी कम असर करता है।मानसिक तनाव से दूर रहें।पेट साफ करने के लिए हरड़ का चूर्ण एक चम्मच गरम पानी से रात को सोते समय ले। यदि आप इसका लगातार प्रयोग करेंगे तो भी यह कोई नुकसान नहीं करेगी। जबकि कब्ज दूर करने वाले अन्य चूर्ण का यदि लगातार सेवन किया जाए तो उससे आंत कमजोर होजाती है।त्रिफला चूर्ण भी लगातार सोते समय एक से दो चम्मच गरम पानी के साथ ले सकते है।चार से पांच मुनक्का का बीज निकालकर एक गिलास दूध में डालकर उबाल लें और रात को इसे पीये। ध्यान रहे मधुमेह के मरीज इसका प्रयोग न करे।रात को सोते समय ईसबगोल की भूसी दो से चार चम्मच तक एक गिलास गरम दूध या पानी में घोलकर तुरंत पी लें। इससे कब्ज में आराम मिलता है।