बटाला, 19 फरवरी (लखन पाल)-आर.डी. खोसला डी.ए.वी.मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल बटाला में 41 वें वार्षिक पुरस्कार वितरण और सांस्कृतिक समारोह भाग-2 कक्षा प्री-नर्सरी से तीसरी तक के छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा से सब का मन जीत लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि माननीय कर्नल ए.पी.सिंह, कर्नल कोऑर्डिनेटर हेडक्वार्टर डी.जी. एन.सी.सी. ने ज्योति प्रज्वलित कर किया। विद्यालय के चेयरमैन श्री अरविंद खोसला,प्रेसिडेंट श्री अजय खोसला, प्रधानाचार्या डॉ.बिंदु भल्ला और प्रबंधक कमेटी के सदस्य ,सरदार भूपेंद्र सिंह, श्री वरिंदर कांसरा, श्री कमल अरोड़ा, श्रीमती मोनिका खोसला और मनीषा खोसला ने ज्योति प्रज्वलित करने में उनको सहयोग दिया।इस कार्यक्रम का थीम दादा- दादी,नाना-नानी की कहानियां एक एहसास था। सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती वंदना से हुआ। विद्यालय के प्रधानाचार्या डॉ.बिंदु भल्ला ने मुख्य अतिथि कर्नल ए.पी. सिंह, प्रबंधक कमेटी के सदस्यों, अभिभावकों और विशेष मेहमान श्रीमती कंवलजीत कौर और सरदार जसपाल सिंह का हार्दिक अभिनंदन करते हुए विद्यालय के छात्रों द्वारा शिक्षा और खेलों के क्षेत्र में प्राप्त विभिन्न उपलब्धियों की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। उन्होंने कार्यक्रम के थीम के विषय में बताते हुए कहा कि आज के बच्चे जो दादा-दादी और नाना नानी की कहानियों से वंचित हैं वे मोबाइल और टी.वी. की दुनिया में व्यस्त हैं। उन्हें दादा- दादी और नाना- नानी की कहानियों से शिक्षा लेकर उनका नैतिक और मानसिक विकास करते हुए अपनी संस्कृति के साथ जोड़ना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि शिक्षा छात्रों को अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाती है। छोटे बच्चे उसे कच्ची मिट्टी की भांति है जिन्हें हम मनचाहा आकार दे सकते हैं। इसलिए बचपन में ही उनमें ऐसी गुण विकसित करने चाहिए जिससे उन में आत्म विश्वास बढ़े और वे अपने लक्ष्य की प्राप्ति आसानी से कर सकें। छात्रों ने कठपुतली की कहानियां,शिव वंदना, शिव विवाह, श्री गणेश , एकलव्य, कृष्ण-सुदामा, दस अवतार, घमंडी शेरनी, टार्ज़न,सोने का अंडा, शेर और चुहिया, अर्जुन का लक्ष्य, भक्त प्रहलाद, विष्णु स्तुति,नरसिंह अवतार और मिशन मंगल पर कथा व नाटक प्रस्तुत कर और प्रेरक प्रसंगों द्वारा सबको ज्ञानवर्धक बातें बताते हुए उनका मनोरंजन किया। छात्रों द्वारा प्रस्तुत गीत,संगीत, नृत्य, गतका, भांगड़ा और ग्रैंड फिनाले ने सब का मन जीत लिया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल ए.पी. सिंह ने विद्यालय के छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि छात्रों के सर्वपक्षीय विकास के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन अति आवश्यक है। शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावकों का भी बच्चों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वे बच्चों की रुचियों को ध्यान में रखकर ऐसे प्रयास करें जिससे वे अपने लक्ष्य तक पहुंच सकें। आर.डी. खोसला विद्यालय छात्रों को उनके लक्ष्य तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।विद्यालय के चेयरमैन श्री अरविंद खोसला ने मुख्य अतिथि और कार्यक्रम में उपस्थित सभी मेहमानों का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज के बच्चों के मन में अपने बड़ों के प्रति सम्मान होना आवश्यक है यह तभी संभव है अगर उनके दादा-दादी और नाना नानी उन्हें अपनी कहानियों के माध्यम से नैतिक शिक्षा देंगे। इन कहानियों को सुनकर बच्चे अपनी संस्कृति से अवगत होंगे।विद्यालय के प्रेसिडेंट श्री अजय खोसला ने सबका धन्यवाद करते हुए कहा कि विद्यालय का सदा ही यह उद्देश्य रहा है कि बच्चे अपनी सभ्यता और संस्कृति के साथ जुड़े रहें। इस उद्देश्य के लिए विद्यालय में लगातार प्रयास किए जाते हैं जिससे बच्चों का सर्वपक्षीय विकास हो सके। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि, विद्यालय चेयरमैन, प्रेसिडेंट, प्रधानाचार्या और प्रबंधक कमेटी द्वारा छात्रों को उनकी उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत किया गया।मुख्य मेहमान को विद्यालय की ओर से शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि के अभिभावक सरदार जसपाल सिंह और श्रीमती कंवलजीत कौर को भी विद्यालय की ओर से शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।
आर.डी. खोसला विद्यालय के 41वें वार्षिक पुरस्कार वितरण और सांस्कृतिक समारोह
On Fact News
👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं